नर्सिंग होम वास्तु / वास्तु के अनुसार नर्सिंग होम कैसे बनाये
वास्तु के अनुसार नर्सिंग होम कैसे बनाये :-
आपने देखा होगा कि कुछ लोग बहुत अच्छा हॉस्पिटल / नर्सिंग होम या अस्प्ताल बनाकर कुछ टाइम बाद उसको बंद कर देते हैं क्योंकि वो चल नहीं पाते अर्थात वो उनको मुनाफ़ा नहीं देता | इसका मुख्य कारण उस नर्सिंग होम का वास्तु के अनुसार नहीं बना होना हो सकता हैं | आपने कुछ जगहों पर लाफिंग बुद्धा, क्रिस्टल बॉल, हँसो का जोड़ा,या सात घोड़ों की तस्वीर रखी हुयी देखी होगी | ये सब चीजें वास्तु के अनुसार ही रखी हुयी होती हैं | ताकि वहाँ का औरा पॉजिटिव एनर्जी पैदा करें और सबको अपनी तरफ आकर्षित करें |
नर्सिंग होम या हॉस्पिटल बनाते हुए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए :-
- कोशिश करें की नर्सिंग होम या हॉस्पिटल का मुख पूर्व दिशा की तरफ हो क्योंकि इस दिशा का नर्सिंग होम बहुत ही शुभ माना गया हैं | मतलब इनका मुख्य द्वार पूर्व दिशा में हो या फिर ईशान कोण में होना चाहिए |
- रोगियों को देखने के लिए डॉक्टर का कक्ष उत्तर दिशा में होना चाहिए तथा डॉक्टर का मुख पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए | रोगी ऐसे लेटने चाहिए कि उनका सिर दक्षिण दिशा में हो | रोगियों का कमरा उत्तर ,पश्चिम या वायव्य कोण में बना सकते हैं |
- बिजली से सम्बंधित सारा सामान और उपकरण आग्नये कोण में ही रखने चाहिए |
- नर्सिंग होम का बाथरूम पूर्व या उत्तर दिशा में तथा टॉयलेट दक्षिण या पश्चिम दिशा में बनाना चाहिए | पीने का पानी हमेशा ईशान कोण में ही रखें |
- नर्सिंग होम की सीढ़ियाँ ईशान कोण को छोड़ कर किसी भी दिशा में सुविधानुसार बनाई जा सकती हैं | तथा कोशिश करें कि बीच वाला भाग खुला हुआ रहे |
- कैश काउंटर दक्षिण या पश्चिम दिशा में इस प्रकार बनाना चाहिए कि लेन -देन करने वाली खिड़की का मुख उत्तर या पूर्व दिशा में खुले |
- पानी का ढ़लान पूर्व या उत्तर दिशा में रहना चाहिए | जिससे उस भूखंड का सारा पानी का निकास उत्तर या पूर्व में रहे |
- ऑपरेशन थिएटर पश्चिम दिशा में बनाये तथा रोगी का सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में रखें जिससे डॉक्टर का मुख उत्तर इस पूर्व दिशा में रहे |
- यदि दो गली या सड़क के कोने पर कोई दुकान हो और उसका मुख यदि पूर्व दिशा में हो तो वह मेडिकल स्टोर या नर्सिंग होम के लिए सबसे उत्तम मानी गयी हैं | यदि तीन सड़क लगती हो तो वो और भी उत्तम होती हैं |
- नर्सिंग होम में सफ़ेद या नीले रंग का प्रयोग करना चाहिए | ज्यादा डार्क कलर नहीं करने चाहिए | इमरजेंसी कक्ष वायव्य कोण में रखना शुभ माना गया हैं |
- नर्सिंग होम में प्रयोग होने वाले रोगियों के बिस्तर सफ़ेद रंग के तथा ओढ़ने वाले कपड़े का रंग लाल होना रोगियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता हैं |
- गाड़ियों आदि की पार्किंग पूर्व या उत्तर दिशा में रखनी चाहिए |
इस प्रकार उपरोक्त बातों को ध्यान में रख कर अगर कोई भी नर्सिंग होम या हॉस्पिटल आदि बनाया जाये तो वो सभी के लिए शुभ होता हैं |
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